
कुंडली मिलान
मानव जीवन को बेहतर बनाने के लिए जहाँ कड़ी मेहनत की जरूरत होती है वहीं बड़ों का आशीर्वाद भी काफी मायने रखता है। इसके अलावा ज्योतिष शास्त्र की मदद से आप वर्तमान की गलतियों को सुधार कर अपना भविष्य सँवार सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र की मदद से किसी का भविष्य जानना है तो इसके लिए जन्मकुंडली की जरूरत पड़ती है। जन्मकुंडली दरअसल जन्म तिथि, जन्म स्थान और जन्म समय के आधार पर बनाया जाने वाला एक ज्योतिषीय चार्ट है जिसमें उल्लिखित अंकों के माध्यम से व्यक्ति का पूरा ब्यौरा जाना जा सकता है।
कुंडली मिलान या गुण मिलान वैदिक ज्योतिष में विवाह के लिए कुंडलियों का मिलान है | हिन्दू धर्म और खासकर हिंदुस्तान में विवाह बुजुर्गो और माता पिता के आशीर्वाद से संपन होते है , इसलिए विवाह के लिए कुंडली मिलान का काफी उच्च महत्व है और कुंडली मिलान के बाद ही विवाह निश्चित किये जाते है | कुंडली मिलान के माध्यम से ये पता चलता है की किस स्तर तक ग्रह वर और वधु को आशीर्वाद दे रहे है और कौन से ज्योतिष परिहार करने से विवाह में खुशियां आ सकती है |
गुण मिलान की व्याख्या किस तरह करे ?
- कुंडली मिलाते हुए गुण मिलान में नाड़ी कूट को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है | अगर नाड़ी कूट प्रतिकूल है तो २८ गुणों का मिलान भी अशुभ माना जायेगा |
- गुण मिलान में अधिकतम ३६ गुण होते है | अगर भकूट और नाड़ी कूट अनुकूल है तो ३१ से ३६ गुणों का संयोजन सर्वश्रेष्ट माना जायेगा , २१ से ३० गुण बहुत अच्छे , १७ से २० मध्यम और ०-१६ गुण अशुभ होंगे |
- अगर भकूट कूट प्रतिकूल है तो संयोजन कभी भी अच्छा नहीं होगा | २६-२९ गुण काफी अच्छे , २१-२५ गुण मध्यम और ०-२० गुण अशुभ माने जाएंगे |
हस्तरेखा
जीवन रेखा, हृदय रेखा, मस्तिष्क रेखा, संबंध रेखा आपकी हथेली पर कुछ रेखाएं हैं जो हथेली के एक अलग क्षेत्र में रहती हैं जैसे शनि क्षेत्र, शुक्र क्षेत्र, आदि। ऑनलाइन वास्तु ज्योतिष सेवाएं वास्तु के सही चरणों को सकारात्मक के स्रोत के रूप में जाना जाता है। ऊर्जा और आपके जीवन से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करना। वास्तु ज्योतिष का व्यापक क्षेत्र वास्तु युक्तियों के बारे में घर, रसोई, कमरे, रंग, मुख्य द्वार, स्नानघर और अन्य कई घरेलू भागों को बताता है जिनका पालन करना आवश्यक है। ऑनलाइन मुफ्त वैदिक ज्योतिष सेवाएं वैदिक ज्योतिष प्राचीन विज्ञान है जिसमें वर्णित समाधान व्यापार, प्रेम, करियर, रिश्ते और किसी भी अन्य समस्या को हल करने के लिए काफी प्रभावी हैं और मूल रूप से वैदिक ज्योतिष आपके शरीर का ज्ञान है यानी वेदों के रूप में जाना जाता है। वैदिक ज्योतिष से तात्पर्य उन ग्रहों से है जो आपके भाग्य और कर्मों के अनुसार फल देते हैं।
आपकी दोनों हथेलियों पर हर उंगली में अलग-अलग प्रकार की रेखाएं हैं। क्या आप जानते हैं कि हर उंगली की हर रेखा आपके भविष्य के बारे में कुछ कहती है। जी हाँ, हस्तरेखा अध्ययन के जरिये आपके भविष्य और भूतकाल से जुड़ी बातें जानी जा सकती हैं। आपके हाथ में कौन-सी जीवन रेखा है, कौन-सी कॅरियर से जुड़ी रेखा है, कौन-सी विवाह या परिवार से जुड़ी रेखा है, इसके अलावा कौन-सी रेखा ऐसी है जोकि आपके संबंध में आपके मित्रों के व्यवहार को भी बता सकती है, यह जानने के लिए आपको जरूरत है सही हस्तरेखा विशेषज्ञ की। हस्तरेखा विज्ञान से जुड़ी जानकारियों के अलावा आप एस्ट्रोपंचांग के इस सेक्शन के माध्यम से अपने हाथों की रेखाओं का अध्ययन कर अपने भविष्य के बारे में जान सकते हैं।